Ardhanarishwar
🌸 "अर्धनारीश्वर: तारा और शिवांश की अनकही दास्तान"
जब मजबूरी में बंधा एक रिश्ता, आत्मा की पुकार बन जाए...
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📜 प्रस्तावना :
"क्या एक मजबूरी में की गई शादी, सच्चे प्रेम में बदल सकती है?"
"क्या एक अपराधी के दिल में भी किसी टूटी आत्मा के लिए जगह हो सकती है?"
यह कहानी है शिवांश रंधावा और तारा की।
तारा – जैसे उसका नाम, वैसी ही उसकी ज़िंदगी।
एक टूटा हुआ सपना, एक अपाहिज शरीर, और एक ऐसा विवाह… जो उसने कभी चाहा ही नहीं।
शिवांश रंधावा – भारत का कुख्यात माफिया डॉन और करोड़ों का बिजनेस सम्राट।
जिसे दुनिया झुककर सलाम करती है, लेकिन जिसने अपने पिता से नफ़रत करना सीखा है।
और आज… उसी पिता की जिद पर एक "अंजान लड़की से निकाह" कर रहा है — बिना चेहरा देखे, बिना नाम जाने।
दो साल तक तारा इस हवेली में परछाईं बनकर रही — घूंघट में छिपी, जुबान से बंद, और ज़िंदगी से हार मान चुकी।
ना शिवांश ने उसे देखा, ना कभी समझने की कोशिश की।
लेकिन…
एक दिन सब कुछ बदल गया।
🔸 क्यों तारा ने अपना चेहरा दो साल तक छिपाए रखा?
🔸 क्या शिवांश कभी तारा को अपनी पत्नी का दर्जा देगा?
🔸 शिवांश के पिता ने यह शादी क्यों करवाई? क्या ये बदला था या प्रायश्चित?
🔸 और जब सच्चाई सामने आएगी... क्या तब भी शिवांश और तारा साथ रह पाएंगे?
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❤️🔥 यह सिर्फ एक शादी की नहीं, आत्मा के पुनर्जीवन की कहानी है।
यह कहानी है एक अंधेरे में खिलते प्रेम की... जो शायद अंधेरा खत्म कर दे।
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